मौसम की मार की वजह से कई किसान की फसले बर्बाद होती रहती है और अक्सर उन्हें काफी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। आज मौसम की मार से और फिर अन्य वजह से भी खेतों में फासले बर्बाद ना हो उसके लिए केंद्र कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने बड़ी तैयारी शुरू कर दी है।
कोल्ड चेन कृषि योजना
आपको बता दे कि कृषि मंत्रालय की योजना “कोल्ड चेन कृषि योजना“विपरीत परिस्थितियों और मौसम की मार के चलते बर्बाद होने वाले किसानों की फसल को बचाया जा रहा है। इस योजना के तहत बर्बाद हो रही फसलों को आसानी से बचाया जा सकता है और अरबो रुपए की फसल को भी नुकसान होने से बचाया जाए।
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इस संबंध में राष्ट्रीय कोल्ड चैन विकास केंद्र और केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने किसान और उद्यमियों से इस योजना को और विस्तार से देश में आगे बढ़ने पर चर्चा की है। राष्ट्रीय कोल्ड चेन विकास योजना के तहत केंद्रीय कृषि मंत्रालय का अधिकारी द्वारा बताया गया कि किस तरीके से उनके नेटवर्क और केंद्र सरकार की योजना के माध्यम से फसलों को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है।
कोल्ड चेन कृषि योजना से फायदा
आपको बता दे की, जम्मू कश्मीर में आयोजित किए गए इस कोल्डचेन सम्मेलन में हिमालय क्षेत्र के किसानों की फसलों को बचाने और उनके नुकसान को रोकने के लिए न सिर्फ जानकारियां साझा की गई, इसके कई फायदों को भी बताया गया है।इसके लिए समूचे देश के किसानों के लिए एक बड़े रोड मैप को तैयार किया गया। कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी आशीष फोतेदार बताते हैं कि इस तरीके से लगातार स्टोरेज किसानों की फसल को न सिर्फ बचा रहे हैं, बल्कि उनकी उत्पादकता को बढ़ा रहे हैं, जिससे की किसान को और अधिक फायदा मिल सके।
आज भारत में प्रत्येक खाद्य उत्पादन केंद्र पर सस्ते शीत भंडार और शीत श्रृंखलाओं की आवश्यकता थी। इसलिए केंद्र सरकार की यह योजना समूचे देश में शीत भंडार सुविधा को आगे बढ़ा रही है।