नमस्कार किसान साथियों, प्रधान मंत्री फसल बिमा योजना खरीफ सीजन व रबी सीजन 2023- 24 के लये फसल बीमा अधिसूचना जारी हो गयी है, अधिसूचना दिनांक 21 जुलाई, शुक्रवार को जारी की गयी. अबकी बार बड़ा बदलाव हुआ है इसलिए सुचना को पूरा पढ़े.
फसल बीमा अंतिम दिनांक
प्रधान मंत्री फसल बिमा योजना में किसानो के लिए अपनी फसल का बीमा करवाने की अंतिम दिनांक 31 जुलाई 2023 है लेकिन अवकाश के चलते अबकी बार सिर्फ 6 दिनों का समय दिया गया है. सीजन 2023 में किसानों को स्वैच्छिक फसल बीमा योजना का लाभ लेने के लिए सिर्फ 6 घंटे का समय मिलेगा।
राजस्थान में फसल बीमा कम्पनी
राजस्थान प्रदेश के 33 जिलो के लिए फसल बीमा करवाने के लिए 1 कंपनियो को टेंडर दिया गया है. इसमें 23 जिलो के लिए एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड कंपनी, 3 जिलो के लिए क्षेमा जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड को और बचे हुए 7 जिलो के लिए रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को फसल बीमे के लिए अधिकृत किया है।
साल 2023 में बीमित राशि इस तरह होगी तय
राजस्थान में फसल बीमा राशी के लिए बीमा कंपनियों को गत 7 वर्षो में पांच वर्षों में जो श्रेष्ठ उत्पादन वाले वर्ष रहे है उनकी औसत उपज को केंद्र सरकार के समर्थन मूल्य/बाजार मूल्य से गुणा करने पर ज्ञात राशि के अनुसार तय की गई है।
फसल बीमा में 9 फसलें शामिल
जोधपुर जिले के लिए 9 फसलो को अधिसूचित किया है। मोठ, तिल, ज्वार, चवला, बाजरा, मूंग, कपास, मूंगफली, ग्वार. इन फसलो में बीमा की राशी का वितरण साल 2015 से 2021 में हुए क्कुल उत्पादन में 5 अच्छे उत्पादन वाले वर्षो की समर्थन मूल्य पर औसत माना गया है।
साल 2023 में किसान परेशान
सीजन 2023 में अधिसूचना में देरी के कारण किसानो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि 10 दिनों में 4 अवकाश होने से किसानो के लिए सिर्फ 6 दिन का समय मिलेगा. ऐसे में अऋणी व बंटाईदार किसान काफी परेशान है.
किसान बिना जमीन बीमा करवाए
अऋणी व बंटाईदार किसान फसल बीमा का लाभ लेने के लिए जमाबंदी तथा मूल निवास प्रमाण पत्र सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज लेकर ऑनलाइन माध्यम से बीमा करवा सकते है, इसके लिए जमीन का मालिक से बंटाईदार फसल के लिए फार्म लेकर उसकी कोपी सलंग्न जरुर करें.
सीजन खरीफ सीजन व रबी सीजन 2023- 24 के लिए 5 अन्य फसल अधिसूचित
किसान भाई अबकी बार अतिरिक्त मौसम आधारित फसल का भी लाभ ले सकते है, इसमें 5 फसलो को अधिसूचित किया गया है जिनमे अरंडी, अनार, मेहंदी, टिंडा, टमाटर शामिल है. क्योंकि गत वर्ष अनार की फसल में अकारण बारिश और पाला गिरने से बड़ा नुकसान हुआ था।
नोट: – किसानो के लिए पिछले वर्ष की तरह इस साल भी पाले व बिजली के तार से आग लगने से हुए नुकसान आदि को व्यक्तिगत बीमा क्लेम में शामिल करने व् गारंटी उपज का अच्छे तरीके से निर्धारण करने की किसानों की मांग को अनदेखा किया गया है।