मूंग की खेती की जानकारी: मूंग एक फसल है जो भारत में विभिन्न क्षेत्रों में उगाई जाती है। यह एक छोटी फसल होती है जो तेजी से उगती है और कुछ हफ्तों में ही पक जाती है।
मूंग की खेती के लिए अधिकतम उच्चतम तापमान 25-30 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए। इस फसल के लिए मिट्टी का चुनाव ध्यान में रखना चाहिए। यह फसल उत्तर भारत में अक्टूबर-नवंबर में लगाई जाती है, जबकि दक्षिण भारत में फ़रवरी-मार्च में लगाई जाती है।
मूंग को समय पर पानी देना बहुत ज़रूरी होता है, इसलिए इस फसल को सिंचाई के लिए उपयुक्त जगह पर ही उगाना चाहिए। इस फसल के लिए उपयुक्त खाद भी देनी चाहिए।
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इस फसल को कीटों और बीमारियों से बचाना आसान होता है, लेकिन फिर भी कुछ कीट जैसे फुटबुरी कीट, उलट खेती के कीट आदि इस फसल को होने वाले कीट होते हैं।
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फसल को काटने के बाद इसे सुखाने के लिए धूप में सुखाया जाना चाहिए। मूंग फली की खेती से एक अच्छी आय भी होती है ।
मूंग की खेती कैसे करें
मूंग की खेती करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- मूंग की उपयुक्त वार्षिक औसत तापमान 25-30 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।
- उत्तर भारत में अक्टूबर-नवंबर में और दक्षिण भारत में फ़रवरी-मार्च में मूंग की बुवाई करें।
- खेत की तैयारी करें और फ़सल की जड़ों को अच्छी तरह से धोएं और खाद दें।
- खेत के अनुसार मूंग की विधि का चयन करें, जैसे कि खुले मैदान में या खेत के बीच की पंखुड़ियों में बुवाई करना।
- बुवाई के समय पानी दें और दूसरे दिनों में भी पानी देते रहें।
- मूंग के बीच की पंखुड़ियों में बुवाई करते समय बीजों को बीच में रखें।
- फसल के दौरान जलवायु सम्बंधित समस्याओं से बचने के लिए उपयुक्त खेती तकनीक का उपयोग करें।
- फसल को काटने से पहले फसल की समय पर समृद्ध खाद दें।
- फसल को सुखाने के लिए धूप में सुखाएं।
- मूंग फली का संग्रह उचित ढंग से करें।
मूंग की खेती राजस्थान
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राजस्थान में मूंग की खेती के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- मूंग की उपयुक्त वार्षिक औसत तापमान 25-30 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।
- उत्तर भारत में अक्टूबर-नवंबर में और दक्षिण भारत में फ़रवरी-मार्च में मूंग की बुवाई करें।
- खेत की तैयारी करें और फ़सल की जड़ों को अच्छी तरह से धोएं और खाद दें।
- खेत के अनुसार मूंग की विधि का चयन करें, जैसे कि खुले मैदान में या खेत के बीच की पंखुड़ियों में बुवाई करना।
- बुवाई के समय पानी दें और दूसरे दिनों में भी पानी देते रहें।
- मूंग के बीच की पंखुड़ियों में बुवाई करते समय बीजों को बीच में रखें।
- फसल के दौरान जलवायु सम्बंधित समस्याओं से बचने के लिए उपयुक्त खेती तकनीक का उपयोग करें।
- फसल को काटने से पहले फसल की समय पर समृद्ध खाद दें।
- फसल को सुखाने के लिए धूप में सुखाएं।
- मूंग फली का संग्रह उचित ढंग से करें।
मूंग की फसल से कमाई
मूंग की खेती से कमाई निर्भर करती है कि आप किस प्रकार से इसे खेती करते हैं और कौन से बाजार में इसका बिक्री करते हैं। नीचे दिए गए कुछ टिप्स आपकी मदद करेंगे जो मूंग की खेती से कमाई बढ़ाने में मदद करेंगे:
उचित फसल प्रबंधन और उन्नत खेती तकनीक का उपयोग करें। यह आपको अधिक उत्पादक फसल प्राप्त करने में मदद करेगा।
अच्छी गुणवत्ता वाली फसल उत्पादन करें। आप उत्पाद की गुणवत्ता को बढ़ाकर फसल के मूल्य में वृद्धि कर सकते हैं।
उत्पादों को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए विभिन्न वितरण चैनलों का उपयोग करें।
समय पर फसल काटें और उसे उचित रूप से संग्रहित करें।
बाजार के अध्ययन के माध्यम से उचित मूंग के मूल्य का निर्धारण करें। आप अधिक मूंग बिक्री करके उचित धनराशि कमा सकते हैं।
राजस्थान में अन्य फसलों के साथ तुलना में, मूंग फसल कम समय में तैयार होती है और उत्पादक इससे अधिक होता है!