प्रिय किसान साथियों, आज की जानकारी में आप को बताना चाहेंगे की 2024 में ग्वार का भाव कब तक बढ़ने की आशंका है. हम आपको हम हमारी खेती बाड़ी जानकारी के अनुसार एवंम कल्चर खबर पर पढ़े तथा 2024 में जनवरी के अंतिम तारीख या फरवरी में बढने की उम्मीद है
ग्वार की पहले महीने में 2024 को आवक में कमी आने की संभावना है तथा अभी हमारे देश में आवक 36 से 40 हजार बोरी देखने को मिलती है, जो काफी ठीक मानी जाती है.
खरीब की फसल में अबकी बार कम बारिश तथा अनियमित होने के कारण फसल में सोका तथा जलने जैसी समस्या का सामना करना पड़ा,तथा अन्नाज कम होने के कारण एवम खर्चे ज्यादा होने के कारण किसानो को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा जिससे किसानो को अपना माल बेचना पड़ रहा है जिसमे ग्वार की फसल की भी ऐसी स्तिथि रही
ग्वार की आवक –
किसान भाइयो ने अबकी बार खेत से सीधा अन्नाज मंडी में ले जाने के कारण साल के लास्ट महीने तक 75 फिसिदी तक बाजार में पहुंच जायेगा ,गंवार का उत्पादन में राजस्थान, हरियाणा गुजरात के किसान गंवार उत्पादन में अग्रीणी है परन्तु फसल कम बारिश के कारण ग्वार का उत्पादन कम हुआ .
प्रिय किसान भाइयो को बताया की दिन कि आवक 36 से 40 हजार बोरी ओसत है जो हमारे देश की है जो जनवरी से निरंतर घट कर 25 से 30 हजार बोरी तक आसकती है ,हमने आपको ऊपर की पोस्ट में भी बताया था
रोज के अनुमान के अनुसार गुजरात में रोजाना 8 हजार बोरिया आ रही है. रिपोर्ट के अनुसार इस बार गुजरात में 3 से जायदा बोरियो का अनुमान है. जो बीते साल में 4 लाख बोयिया थी.
ग्वार गम की मांग –
फिलहाल ग्वार गम का निर्यात हर महीने 25 से 30 हजार टन चल रहा है. जबकि भारत में 25 से 30 हजार टन ग्वार गम बनाने के लिए हर महीने करीब 11 लाख बैग ग्वार की जरूरत होती है.
जनवरी में आमदनी घटने के बाद हर महीने 11 लाख ग्वार सीड मिलना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा. ऐसे में ग्वार की मांग लगातार बनी रहने की उम्मीद है.
ग्वार भाव भविष्य 2024
- जनवरी माह में ग्वार की आय में गिरावट के बाद ग्वार की कीमत 6300 से 6400 रुपये प्रति क्विंटल और गम की कीमत 14 हजार से 14500 रुपये प्रति क्विंटल रहने की उम्मीद है.
- ऐसे में 2024 के अंदर शुरुआती चरण में ग्वार गम की कीमत बढ़ने की उम्मीद है. पिछले साल ग्वार गम का स्टॉक बड़ा था लेकिन इस साल जौ का नहीं, इसलिए इस बार ग्वार से ज्यादा स्टॉक रहेगा. गोंद। पिछले साल।
- ग्वार की आमदनी घटने से ग्वार कोरमा भी घटेगा, इसलिए अनुमान है कि जनवरी माह के भीतर ग्वार कोरमा की कीमत बढ़कर 4500 रुपये और चुरी की कीमत 3200 रुपये तक पहुंच जाएगी.