हिंदू नववर्ष 2023: हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत 2080 का प्रारंभ 22 मार्च 2023 दिन बुधवार से हो रहा है। इस बार नववर्ष के राजा बुध होंगे। विक्रम संवत 2080 चैत्र नवरात्रि का पहला दिन 22 मार्च को रहेगा। इस वर्ष भगवान गणेश और मां दुर्गा की पूजा करने से साधक के जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
इस बार हिंदू नववर्ष पर बन रहा है ब्रह्म और शुक्ल योग, पूजा के बाद अगर आप अपने व्यापार, शिक्षा, नौकरी आदि में कुछ नया करने की सोच रहे हैं तो इन 5 बातों का जरूर ध्यान रखें। यह आपके लिए कैसे खास रहेगा जानिए इस रिपोर्ट में-
हिंदू नववर्ष 2023
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 22 मार्च 2023 को हिंदू नववर्ष शुरू हो रहा है। हिंदू कैलेंडर के पहले महीने विक्रम संवत 2080 की शुरुआत 22 मार्च को चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि से हो रही है।
हिन्दू नववर्ष को हमारे देश नवसंवत्सर, महाराष्ट्र और कोंकण में गुड़ी पड़वा, संवत्सर आदि नामों से जाना जाता है। इस बार हिन्दू नववर्ष का नाम नल होगा, जिसका स्वामी ग्रह बुध होगा और इसका मंत्री शुक्र होगा।
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हिंदू नववर्ष 2023: विक्रम संवत 2080 पर 5 काम
- वर्ष 2023 में हिन्दू नववर्ष के राजा बुध हैं। जिन लोगों की कुंडली में बुध कमजोर है, वे इस नए साल पर ‘ॐ ब्रां ब्रौं ब्रौं सा: बुधाय नमः!’ प्रातः काल स्नान करने के बाद मंत्र का 108 बार जाप करें। ऐसा करने से बुध देव पर प्रश्न होंगे और आपके व्यापार, नौकरी और शिक्षा में उन्नति होगी।
- यदि व्यापार में कोई विशेष लाभ न हो रहा हो तो प्रात:काल उठकर सबसे पहले स्नान आदि करके लक्ष्मी माता को श्रीफल अर्पित करें, ऐसा करते हुए ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलाये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥ मंत्र का जाप करें। आपको लाभ अवश्य मिलेगा।
- हिंदू नववर्ष पर सुबह पूजा करने के बाद अपने घर में हल्दी का पानी छिड़कें, ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी का आह्वान होता है और आपका धन कभी खाली नहीं जाता है।
- अपने घर के मुख्य द्वार पर हल्दी की रंगोली बनाएं और कपूर जलाएं, ऐसा करने से घर के वास्तु दोष, नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है।
- हिंदू नव वर्ष चैत्र मास की शुरुआत का प्रतीक है, जिसे वसंत ऋतु का आगमन माना जाता है, इसलिए एक पौधा लगाएं ताकि विक्रम संवत 2080 आपके जीवन में एक यादगार छवि बन सके।
हिन्दू नववर्ष का महत्व
हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार नए साल को पूजा-पाठ की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। बसंत ऋतु का आगमन भी इसी दिन होता है। हिंदू धर्म के लोग मां दुर्गा और भगवान गणेश का स्वागत कर इसकी शुरुआत करते हैं। शुरुआत के साथ-साथ चैत्र नवरात्रि भी मनाई जाती है जो पूरे 9 दिनों तक चलती है।
नव संवत्सर 2080 में 13 महीने होंगे
यूं तो एक साल में 12 महीने होते हैं, लेकिन इस बार विक्रम संवत 2080 में 13 महीने होंगे। शास्त्रों के अनुसार हिन्दू नववर्ष 2023 में श्रावण मास 1 के स्थान पर दो बार आएगा अर्थात श्रावण मास 60 दिनों का होगा। अंग्रेजी कलैण्डर के अनुसार इनकी तिथि इस प्रकार रहेगी-
विक्रम संवत 2080 के महीने | तिथि दिनांक |
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चैत्र माह | 22 मार्च 2023 – 6 अप्रैल 2023 |
वैशाख | 7 अप्रैल 2023 – 5 मई 2023 |
ज्येष्ठ | 6 मई 2023 – 4 जून 2023 |
आषाढ़ | 5 जून 2023 – 3 जुलाई 2023 |
श्रावण | 4 जुलाई 2023 – 31 अगस्त 2023 |
भाद्रपद | 1 सितंबर 2023 – 29 सितंबर 2023 |
आश्विन | 30 सितंबर 2023 – 28 अक्टूबर 2023 |
कार्तिक | 29 अक्टूबर 2023 – 27 नवंबर 2023 |
मार्गशीर्ष | 28 नवंबर 2023 – 26 दिसंबर 2023 |
पौष | 27 दिसंबर 2023 – 25 जनवरी 2024 |
माघ | 26 जनवरी 2024 – 24 फरवरी 2024 |
फाल्गुन | 25 फरवरी 2024 – 25 मार्च 2024 |
नोट:- श्रावण मास 1 के स्थान पर दो बार आएगा अर्थात श्रावण मास 60 दिनों का होगा।
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हिन्दू नव वर्ष के विभिन्न नाम
हिंदू नव वर्ष को भारत में विभिन्न नामो से जाना जाता है, आइये इनके बारे में विस्तार से जानते है-
सिंधि समाज – चेटी चंड
महाराष्ट्र – मराठी नववर्ष और गुड़ी पड़वा
कर्नाटक,आंध्र प्रदेश, तेलंगाना मे- उगादी
गोवा और केरल – संवत्सर पड़वो
कश्मीरी हिन्दू – नवरेह
मणिपुर- सजिबु नोंगमा पानबा