जैविक खेती: स्वय सहायता समूह बनाकर योजना का लाभ ले

जैविक खेती: अमलीय खेती करने से मानव और पर्यावरण दूषित होता है! इस समय भारतीय किसान अपना ध्यान जैविक खेती की ओर लगा रहा है! राजस्थान में जिला कलेक्टर ने केमिकल खेती करने से बचने के लिए समाधान दिया है! किसान के लिए सरकारी योजना से बहुत सहायता मिलती है, और सरकार ने कुछ अच्छी योजना चला राखी है, इसका लाभ प्रतेक किसान को उठाना चाहिए! हमारे भारतीय किसान को आधुनिक खेती पर जोर देना चाहिए! जैविक खेती से किसान आय का अन्य स्रोत भी तेयार कर सकता है!

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जिला कलेक्टर के मुताबिक किसान को स्वय सहायता समूह बनाकर किसान ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकता है! किसान उर्वरक खेती करने के लिए किसान सहायता केंद्र से सम्पर्क कर सूचना की जानकारी कर सकते है! किसान समय के साथ उर्वरक खेती करना कम कर दे! किसान को जैविक खेती पर अपना द्यान ज्यादा दे!

जैविक खेती सरकारी योजना

जैविक खेती करने पर सरकार अपना सहयोग करती है! ऑर्गेनिक खेती योजना राजस्थान सरकार ने 2015 में सुरु किया था! इस योजना को रसायन खेती को ख़तम करने के लिए सुरु किया है! इस योजना में किसान 20 हेक्टेयर से 50 हेक्टेयर क्षेत्र में सुरु कर सकते है!

योजना से जूदाने वाले किसान को जैविक खेती का सर्टिफिकेट द्वारा सम्मानित किया जाता है!

पहले वर्ष में अनुदान

पहले वर्ष में राजस्थान सरकार उर्वरक खेती को ऑर्गेनिक खेती में परिवर्तन करने के लिए 1500 रुपये प्रति हेक्टेयर प्रति किसान को अनुदान मिलता है!

जैविक बीज सहायता:– किसान को प्रति हेक्टेयर के 1500 रूपये का अनुदान देय है!

जैविक खाद:- जैवक खाद खरीदने के लिए किसान को प्रति हेकटेयर 1000 रुपये का अनुदान!

वर्मीकम्पोस्ट निर्माण:- 7 फिट लबाई तिन फिट चोडाई और 1.5 ऊचाई के 5000 रूपये का अनुदान दिया जाता है!

जैविक खेती योग्य किसान

कृषि भूमि किसान के स्वय के नाम पर होना जरुरी है! किसान किसी अन्य के नाम पर अनुदान प्राप्त नहीं कर सकता है! सरकार की ऑर्गेनिक खेती में तिन साल के समय में एक बार अनुदान प्राप्त कर सकता है!

जैविक खेती से जुड़ने के लिए अपने क्षेत्र के कृषि अधिकारी से सम्पर्क करे!

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