महाराष्ट्र सरकार द्वारा किसानों को सोयाबीन की फसल में होने वाले नुकसान के लिए उन्हें बीमा प्रदान किया जा रहा है। इसके लिए सरकार ने बीमा जारी कर दिया है और इस लिस्ट में कई जिलों को भी शामिल कर दिया है। वहीं कुछ जिले जो बिल में फिट नहीं बैठते हैं उन्हें अभी छोड़ दिया गया है।
सोयाबीन फसल बीमा मुआवजा
आपको बता दे कि, राज्य में एक महीने का सूखा पड़ा था, जिसके कारण खरीफ फसल नष्ट हो गई थी। इसी की वित्तीय पूर्ति करने के लिए सरकार की ओर से सूखे की घोषणा के साथ प्रभावित किसानों के लिए व्यापक फसल बीमा और मुआवजे की घोषणा की है। कुछ सर्किलों में सोयाबीन फसल बीमा को मंजूरी दे दी गई है, जबकि मानदंडों को पूरा नहीं करने की वजह से कुछ सर्किलों को अभी बाहर कर दिया गया है।
सरकार द्वारा व्यापक फसल बीमा के साथ सूखा घोषित करने और प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग भी की जा रही है। वही इस साल बारिश की कमी के कारण राज्य में खरीफ सीजन की फैसले खराब हो गई थी और कृषि आयुक्त के निर्देशानुसार उन जिलों की पहचान की गई है जो कि, इससे प्रभावित हुए है।
इसके साथ ही सरकार द्वारा बीमा कंपनियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि, उन्हें बीमा का भुगतान किया जा सके बीड़ जिले में सोयाबीन फसलों के लिए फसल बीमा को भी मंजूरी दी गई है।
26500 हेक्टेयर सोयाबीन फसल बीमा वितरण
सरकार ने उस्मानाबाद जिले के 36 राजस्व मंडलों में सोयाबीन फसलों के लिए अग्रिम फसल बीमा स्वीकृत किया है, जिसके बाद यहा के किसानो को मुआवजा प्रदान किया जाने वाला है। इसमें जिले के विभिन्न कस्बे और ग्रामीण क्षेत्र शामिल हैं। कलेक्टर ने बीमा कंपनी को निर्देश दिया है कि, जिन किसानों ने फसल बीमा का अग्रिम भुगतान कर दिया है, उन्हें एक माह के अंदर फसल बीमा का भुगतान करे।
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इन क्षेत्रो में दिया जा रहा मुआवजा
बम्हनी, दुधगांव, वाघी, धनोरा, बोरी, अडगांव, चारथाना, पूर्णा, कालेश्वर, चुडावा, कवलगांव, पालम, चट्टोरी, बनवास, वालूर, कुप्ता, परभणी, ज़री,जांब, पेडगांव, टाकली, पिंगली, परभणी ग्रामीण, हदगांव बु। कसापुरी सावंगी म्हालसा, देउलगांव गत, चिखलथाना बु।, मोरेगांव मनावत, कोल्हा, रामपुरी बु।, ताडबोरगांव, गंगाखेड, महतपुरी, मखनी, रानीसावरगांव, पिंपलदारी, सोनपेठ, अवलगांव, शेलगांव, वडगांव…आदि इस लिस्ट में शामिल है।