पड़ोसी देशों में अनाज की फसल की कमी के कारण निर्यात की संभावना के कारण देश में गेहूं का मंडी भाव लगातार बढ़ रहा है, आज महाराष्ट्र में गेहूं की कीमत 4100 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गई है। केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 में गेहूं की MSP दर 2125 तय की है। फिलहाल स्थिति यह है कि 23 जनवरी को महाराष्ट्र की ओसा मंडी में गेहूं ने 4100 रुपये के नए रिकॉर्ड को छू लिया। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको देश की शीर्ष मंडियों में गेहूं का हाजिर भाव बताएंगे।
गेहूं के मंडी भाव में अचानक हुई बढ़ोतरी से जहां किसानों के चेहरे खिले हुए हैं वहीं आम आदमी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. बाजार भाव में बढ़ोतरी का कोई ठोस अनुमान नहीं लगाया जा सकता है, लेकिन कृषि विशेषज्ञों के अनुसार देश में आटे की बढ़ती कीमतें निश्चित रूप से इसके लिए जिम्मेदार हो सकती हैं।
देश की टॉप 5 मंडियों में आज गेहूं का भाव
- महाराष्ट्र की ओसा मंडी में आज गेहूं की किस्म महाराष्ट्र 2189 का न्यूनतम भाव 2480 रुपये और अधिकतम भाव 4100 रुपये दर्ज किया गया.
- मध्य प्रदेश की गंजबासौदा मंडी में आज शरबती गेहूं का न्यूनतम भाव 2736 रुपये और अधिकतम भाव 3102 रुपये दर्ज किया गया.
- आज दिल्ली की नरेला मंडी में मैक्सिकन गेहूं का न्यूनतम मंडी भाव 2901 रुपये और अधिकतम भाव 3028 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
- राजस्थान की गंगापुर सिटी मंडी में गेहूं का न्यूनतम भाव 2740 रुपये और अधिकतम भाव 2791 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
- उत्तर प्रदेश की इटावा मंडी में दारा गेहूं का न्यूनतम मंडी भाव 2850 रुपये और अधिकतम भाव 2925 रुपये प्रति क्विंटल था.
गेंहू में तेजी का कारण
भारत देश में गेहूँ का अच्छा उत्पादन होता है। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों की बात करें तो इस बार 337.18 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोया गया। वर्ष 2022-23 में गेहूं का बुवाई रकबा 332.52 लाख हेक्टेयर था। केंद्र सरकार ने वर्ष 2022 में अपने गोदामों में जमा गेहूं को खुले में बेचने की सोची थी, लेकिन अब तक यह घोषणा धरातल पर नहीं उतरी है.
पहले मंडी के व्यापारी कयास लगा रहे थे कि अगर केंद्र सरकार खुले में गेहूं बेचने का फैसला करती है तो गेहूं MSP रेट पर बिकेगा, इसलिए कीमत 2500 रूपये प्रति क्विंटल से ऊपर नहीं जा सकती। मोहनलाल मिश्रा के मुताबिक, पड़ोसी देशो में गेहूं का संकट चल रहा है। ऐसे में गेहूं के निर्यात की उम्मीदें बढ़ी हैं, ऐसे में गेहूं के बाजार भाव में लगातार इजाफा हो रहा है।
भारत में गेहूं की कीमत में सबसे ज्यादा तेजी
अगर पूरे विश्व की बात करें तो पाकिस्तान में इस वक्त गेहूं की भारी किल्लत है. भारत में पिछले दिनों महाराष्ट्र के ओसा मंडी में काफी तेजी देखने को मिली है. 22 जनवरी को ओसा मंडी में गेहूं के भाव 3400 रुपए थे, लेकिन 23 जनवरी को अचानक रिकॉर्ड 4100 रुपए तक बंद हुए।
इंदौर में लोकवन क्वालिटी गेहूं 3550 रुपये और गुजरात में गेहूं का वेलकम 1375 रुपये प्रति 20 किलो की चर्चा भी खूब हो रही है.
केंद्र सरकार गेहूं के दाम कम करने की कोशिश कर रही है
2022 में गेहूं का घरेलू उत्पादन कम होने के कारण एफसीआई की खरीद में भारी गिरावट आई थी। कीमतों को नियंत्रित करने के लिए पिछले वर्ष 2022 में निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन विदेशी मांग के कारण भारत सरकार ने अपना निर्णय बदल दिया और निर्यात की अनुमति दे दी।
आपूर्ति बढ़ाने के लिए सरकार ने ओपन मार्किट स्कीम योजना के तहत गेहूं, चावल और अन्य खाद्य फसलों को बेचने की अनुमति दी है। ओएमएसएस योजना के माध्यम से सरकार खाद्य फसलों की आपूर्ति को बढ़ावा देकर उनकी कीमतें बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।
गेंहू के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न
गेहूं की कीमतों में गिरावट कब आएगी?
केंद्र सरकार की ओपन मार्किट स्कीम योजना लागू होने के बाद गेहूं के बाजार भाव में कमी आएगी।
गेहूं की कीमत में तेजी की क्या वजह है?
भारत के पड़ोसी देशों में खाद्य फसलों की कमी के कारण निर्यात की संभावना है और केंद्र सरकार की ओपन मार्किट स्कीम योजना लागू नहीं होने के कारण गेहूं की कीमतों में वृद्धि हुई है।
भारत में गेहूं का मंडी भाव सबसे अधिक कहाँ पर है?
महाराष्ट्र की ओसा मंडी में महाराष्ट्र 2189 गेहूं का अधिकतम भाव 23 जनवरी 2023 को 4100 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
गेहूं का MSP मूल्य क्या है?
2023 में गेहूं का एमएसपी मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।