राजस्थान में मानसून की विदाई लगभग हो गयी है. लेकिन बारिश का दौर अभी तक जारी है. इस साल की बारिश के बाद राजस्थान के बांधों में रिकॉर्ड तोड़ पानी की आवक हुई है. राज्य के 22 प्रमुख बांधों में से 15 लबालब हो गये हैं. अलवर, सीकर, झुंझुनू और दौसा जिलों में इस साल कम बारिश हुई है. अत: इन जिलों को छोड़कर राजस्थान के सभी जिले वर्षा से भर गये हैं।
मौसम विभाग की 6 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, इन जिलों में ओले गिरने की संभवाना
मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान से मानसून विदा हो चुका है लेकिन राजस्थान में अभी भी मानसून की बारिश जारी है. इस वर्ष बारिश के बाद राजस्थान के बांधों में रिकॉर्ड तोड़ पानी जमा हो गया है. राज्य के 22 प्रमुख बांधों में से 15 लबालब हो गये हैं. अलवर, सीकर, झुंझुनू और दौसा जिलों में इस साल कम बारिश दर्ज की गयी है. अत: इन जिलों को छोड़कर राजस्थान के सभी जिले वर्षा से भर गये हैं।
मौसम विभाग ने एक बार फिर 26 सितंबर से प्रदेश में मानसून सक्रिय होने की संभावना जताई है. हालांकि अब तक हुई बारिश के बाद किसानों को नुकसान हुआ है. खेतों में पड़ी बाजरे की फसल खराब हो गई है।
26 सितंबर तक मानसून का असर रहेगा
राजस्थान में मानसून का असर 26 सितंबर तक रहेगा, लेकिन उसके बाद राज्य में शुष्क मौसम लौट आएगा. मौसम विभाग के मुताबिक 24 घंटों के दौरान गुजरात से लेकर जैसलमेर तक राज्य के कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश की संभावना है. हल्की बारिश से तापमान में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं होगा.
पश्चिमी राजस्थान और पाकिस्तान के आसपास हवा का रुख अब बदलने लगा है। इससे मानसून का असर कम हो रहा है। हालांकि, 25 और 26 सितंबर को भी मानसून का असर रहेगा, लेकिन इसके बाद राजस्थान से मानसून पूरी तरह गायब हो जाएगा.
राजस्थान के बड़े हिस्से में बारिश की कमी के कारण फसलों को नुकसान भी देखने को मिला है. अलवर, भरतपुर, सीकर, झुंझुनूं समेत कई जिलों में खरीफ की फसलें नहीं बोई जा सकीं. बारिश की कमी के कारण कई जिलों में किसानों को अपनी फसलें नष्ट करनी पड़ी हैं.
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इस साल मानसून ने अच्छी बारिश
इस साल राजस्थान में मानसून के कारण अच्छी बारिश हुई है, जिससे बांधों में पानी की अच्छी आवक हुई है. राज्य के कुल 688 बांधों में से 75 फीसदी से ज्यादा में पानी आ चुका है. सबसे ज्यादा पानी की आवक बांसवाड़ा, कोटा और जयपुर इलाके के बांधों में हुई है. 22 प्रमुख बांधों में से 15 भरे हुए हैं। इससे राज्य के कुछ हिस्सों में पानी की समस्या से लोगों को राहत मिल सकती है.
राजस्थान के उत्तरी हिस्से में सोमवार देर शाम तूफानी बारिश हुई
इससे पहले सोमवार देर शाम राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश देखने को मिली. हनुमानगढ़ में कई स्थानों पर 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली. भारी बारिश के कारण पूरे शहर में जगह-जगह पानी भर गया. हनुमानगढ़ के अलावा गंगानगर, चूरू, बीकानेर में भी ऐसा ही मौसम रहा।
आज 13 से ज्यादा जिलों में बारिश के आसार हैं
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आज भी राजस्थान के 13 से ज्यादा जिलों में बारिश होने के आसार हैं. संभावना है कि मौजूदा परिस्थितियों के मुताबिक 26 सितंबर से प्रदेश में मौसम साफ होना शुरू हो जाएगा. एक-दो दिन बाद मानसून की विदाई लेने वाला है.
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हवा की दिशा बदलने लगती है
जयपुर मौसम केंद्र से जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में हवाओं का रुख बदलना शुरू हो गया है. हवा का प्रवाह उत्तर-पश्चिमी दिशा से शुरू हो गया है, जो मानसून की विदाई के लिए अनुकूल है। संभावना के अनुसार आज से प्रदेश में मानसून की विदाई शुरू हो सकती है और प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों से मानसून विदा हो सकता है. जिलेवार के आकडे के अनुसार हनुमानगढ़, अलवर, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, सवाई माधोपुर और टोंक ऐसे जिले हैं जहां कम बारिश हुई है.