गत दिनों में मुंग के व्यापार में कमी देखि जा रही है, वहीँ मसूर के भाव घटने के साथ लिवाली अच्छी चल रही है. उड़द के व्यापार में अभी प्रेशर नहीं होने से भाव में उतार चढाव बनना स्वाभाविक है.
मूंग-व्यापार में कमी
मूंग का उत्पादन सामान्य हुआ है तथा इस बार क्वालिटी भी कम बरसात होने से चौतरफा अच्छी आई है, इस वजह से वर्तमान भाव से ज्यादा बढ़ने की गुंजाइश नहीं है। दाल मिलों की मांग निकलने पर बीच-बीच में 200-250 प्रति क्विंटल भाव ऊपर नीचे होते रहेंगे, लेकिन स्टॉक में ज्यादा लाभ मिलने वाला नहीं है। मूंग दाल की बिक्री काफी कम हो गई है तथा आगे चलकर दाल की बिक्री और घट जाएगी।
मसूर घटे भाव में लिवाली बढ़िया
मसूर के भाव कनाडा में ऊंचे होने से विदेशी माल के पड़ते वर्तमान भाव से नीचे के नहीं लग रहे हैं। इधर देसी मसूर में स्टॉकिस्टों की दो दिन से बिकवाली आने से बाजार 50/75 रुपए घटकर 6550/6560 प्रति कुंतल रह गया है, लेकिन इन भाव में भरतपूर तेजी लग रही है, क्योंकि देसी माल कोई और आने में वाला नहीं है।
दलहन भाव में तेजी मंदी रिपोर्ट : राजमां चित्रा, काबुली देसी चना और तुवर भाव
उड़द- देसी माल का प्रेशर नहीं
उड़द की आवक मध्य प्रदेश महाराष्ट्र की मंडियों में ज्यादा नहीं बढ़ पा रही है। दूसरी ओर पिछ दिनों की सरकार की दहशत से बाजार घटने के बाद अब ठहर गए हैं। चेन्नई से आज की तारीख में हाजिर लोडिंग पर यहां एसक्यू 9850 रु का पड़ता लग रहा है, जबकि यहां 9625 बोल रहे हैं।
19 लाख किसानो का हो रहा ब्याज माफ़, सरकार करने जा रही 400 करोड़ रूपए का भुगतान
अत: दाल मिलों की मांग निकलते ही बाजार बढ़ जाएंगे। छोटा माल 8800 बोलने लगे हैं। रंगून में भी घटाकर बिकवाल नहीं है तथा स्टॉक सीमा घटने से जो कुछ माल ट्रेडर्स के पास था, वह अभी बिक चुका है, इन परिस्थितियों में बाजार ठहर कर फिर बढ़ सकता है।
नोट:- क्रप्या व्यापार अपने विवेक से करें, किसी लाभ या हानि के लिए हमारा पोर्टल जिम्मेदार नहीं होगा.