राजस्थान में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार प्रदेश में मानसून फिर से सक्रिय हो गया है। बंगाल की खाड़ी, ओडिशा – आंध्र प्रदेश तट पर सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण तंत्र के कारण, हिमालय की तलहटी से मानसूनी बादल वापस राज्य की ओर बढ़ गए हैं। मौसम विभाग ने आज राज्य के 18 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है. ऐसी भी संभावना है कि 15 सितंबर तक प्रदेश में बारिश का मौसम सक्रिय रहेगा.
बीती रात में बरसे मेघ
राजस्थान की राजधानी जयपुर, कोटा, अजमेर समेत कई जिलों में अचानक बादलों की आवाजाही बढ़ गई और तेज रफ्तार हवा के साथ झमाझम बारिश हुई. लंबे अंतराल के बाद सक्रिय हुए मानसून की बारिश से लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली। झालावाड़ जिले के भवानीमंडी में सुबह से ही तेज बारिश हुई. मौसम विभाग ने आज राज्य के 18 जिलों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है.
इन जिलों में आज बारिश के आसार
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार आज अलवर, बारां, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौडग़ढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, करौली, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, टोंक, सवाई माधोपुर और उदयपुर जिले में कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।
रिस रहा बीसलपुर बांध
जयपुर, अजमेर और टोंक जिलों की जीवन रेखा बीसलपुर बांध में पानी की आवक बंद होने के बाद बांध का गेज हर दिन कम होता जा रहा है. पिछले 19 दिनों में बांध का जलस्तर 19 सेमी कम हो गया है. तीन जिलों को रोजाना होने वाली जलापूर्ति के अलावा वाष्पीकरण का असर भी बांध के जलस्तर पर पड़ रहा है। रहा है। बांध में पानी की आवक में सहायक त्रिवेणी नदी में पानी का बहाव अब घटकर 2.20 मीटर रह गया है। आज बांध का जलस्तर 313.81 आरएल मीटर दर्ज किया गया है. कमजोर मानसून के कारण बांध के छलकने की उम्मीदें फिलहाल धूमिल हैं।