फसल बीमा दिसम्बर के लास्ट तारीख तक करवा सकते है किसान. फसल बीमा करवाने की लास्ट दिनाक 31 दिसम्बर है. जिस किसानो में अभी तक प्रीमियम राशि जमा नहीं करवाई है वह किसान फसल बीमा से वंचित रह सकते है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानो के बड़े भाई का काम कर रही है. प्रतिकूल मौसम के कारण फसल खराब होने पर फसल बीमा कराने से किसानों को काफी राहत मिल रही है। पिछले कुछ वर्षों में करोड़ों रुपए के क्लेम से किसानों को काफी हद तक राहत मिली है। कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आज के समय की बात करें तो खेती का काम काफी जोखिम भरा हो गया है.
किसानो को दी साकार ने खुसखबर: धान की MSP का रेट में किया बढ़ोतरी
कुछ कारण से फसल ख़राब हो जाती है तो किसान मुआवाज का हक़दार होता है. लेकिन आपदा राहत से नुकसान की ज़्यादा भरपाई नहीं होती. जबकि फसल बीमा कराकर फसल को सुरक्षा कवच दिया जा सकता है।
कृषि अधिकारियो के अनुसार नहरी क्षेत्र के किसानो का फसल बीमा की राशी अनावश्यक व्यय माना जाता है। लेकिन जिन किसानो के पास पानी की उचित वयवस्था नहीं है उसके लिए फसल बीमा महत्वपूर्ण होता है. और इसका फायदा वो किसान काफी सालो से लुप्त उदा रहे है. बारिश पर निर्भर होने के कारण फसल का ज्यादा नुकसान देखना पड़ता है, जिसमें किसानो को फसल बीमा की राशी काफी हद तक रिकवर करता है.
देश का यह बैक दे रहा है बिना गारंटी के लोन, कम ब्याज पर
जो किसान बीमा से वंचित रहेते है उसे जागरूक होना जरुरी है, वह फसल में होने वाले नुकसान से अपने हानि को रिकवर कर सकता है. विभाग के स्तर पर किसानों से अपील की जा रही है कि अगर उनके पास प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत केसीसी है तो वे रबी फसल के लिए सुरक्षा कवर के लिए अपने बैंकों में आवेदन करें. यदि केसीसी नहीं है तो सीधे सीएससी (अधिकृत ई-मित्र) से बीमा कराएं। ताकि संभावित नुकसान की स्थिति में किसानों को क्लेम जारी किया जा सके।
राजस्थान की इकोनॉमी इतने ज्यादा करोड़ो में डूबी, मुख्यमंत्री भजनलाल ने बनाया जोरदार प्लान
प्रीमियम निर्धारित
पीएम फसल बीमा के लिए हनुमानगढ़ जिले में गेहूं की फसल का प्रीमियम 1388.63 पैसे तय किया गया है. पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा के तहत सरसों के लिए 1373.79 पैसे, जौ के लिए 935.61 पैसे, चना के लिए 609.63 पैसे, तारामीरा के लिए 375.42 पैसे और आलू के लिए 7260 रुपये, मटर के लिए 4275 रुपये, फूलगोभी के लिए 4275 रुपये क्टेयर के हिसाब प्रीमियम निर्धारित किया गया है।
31 दिसम्बर तक करा सकेंगे बीमा
हनुमानगढ़ जिले के किसान रबी सीजन में फसल बीमा 31 दिसंबर 2023 तक करा सकते हैं। जिले के हजारों किसान बिज में बीमा करा रहे हैं। इस बार बड़ी संख्या में किसानों को अपनी फसलों का बीमा कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिससे नुकसान होने पर किसानों को क्लेम मिल सके।